Chilli Cultivation मिर्च की खेती कैसे करें

Chilli Cultivation मिर्च  की खेती कैसे करें और पैसा कमाए

Chilli Cultivation मिर्च  की खेती कैसे करें और पैसा कमाए

Chilli Cultivation मिर्च  की खेती कैसे करें। India में मिर्च की खेती बहुत ज्यादा की जाती है। इसका इस्तेमाल मसाला बनने के लिये किया जाता है। हर साल India में लगभग 8 लाख 91 हजार Hector में मिर्च की खेती बाड़ी की जाती है। और इससे लगभग 13 लाख 24 हजार टन उत्पादन हर साल मिलता है। भारत में मिर्च के उत्पादक State है:- राजस्थान, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु महाराष्ट्र, कर्नाटक, उड़ीसा, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल है। Chilli Cultivation मिर्च की खेती कैसे करें।

मिर्च की खेती के लिए सही Climate और Soil.

मिर्च की खेती के लिए Hot Climate अच्छा माना जाता है। इसके लिए Minimum Temperature 15 °C और Meximum temperature 35 °C होना चाहिए। मिर्च की फसल लगभग 130 दिनों से 150 दिनों तक में पक जाती है। मिर्च की खेती के लिए Organic मिट्टी होना चाहिये  जिसका PH मान 6.5 से 7.9  हो अच्छी मानी जाती है। और खेत में जल निकासी के लिए अच्छा व्यवस्था होनी चाहिए।

मिर्च की खेती लिए पौध तैयार करना है।

पहले आपको नर्सरी बनने के लिए जगह चुने जहां पर्याप्त धूप आता हो। अब 3X3 Meter की क्यारी बनाएं जो लगभग 20 cm ऊंची हो। अब आपको क्यारी में 2 से 3 टोकरी गोबर या Vermicompost डालें। इसके बाद क्यारी में 4X4 cm की दूरी पर आधे से ज्यादा 1cm गहरी नाला बना कर इसमें मिर्च के बीजों का बुवाई कर दें।

मिर्च की खेती के लिए बीज कितना होना चाहिये।

अगर आप 1 Hector की Area में मिर्च की खेती कर रहे हैं, तो देशी किस्मों का 400 ग्राम और Hybrid किस्मों का 200  से 300 ग्राम बीज पर्याप्त होना चाहिये। मिर्च की खेती बारिश में, सर्दी में और गर्मी में यानी कि तीनों मौसमों में खेती की जा सकती हैं। वैसे मिर्च की खेती खरीफ सीजन में ज्यादा की जाती है। इसकी रोपाई June से October महीने में की जाती है।

मिर्च की खेती के लिए खाद जरूरी है

अच्छा और ज्यादा उत्पादन के लिए प्रति हेक्टेयर 130kg से 160kg Nitrogen, 65kg Phosphorus, 85kg Potash अच्छा होता है। वहीं कमसे कम 250 क्विंटल  से 300 क्विंटल गोबर खाद डालना चाहिए। Chilli Cultivation मिर्च  की खेती कैसे करें और पैसा कमाए।

मिर्च की फसल में लगने वाले कीट और बचाव

प्याज और  लहसुन समेत अन्य फसलों की तरह Thrips (एक प्रकार का कीड़ा) भी मिर्च की फसलों को बहुत नुकसान पहुंचाता है। इस कीट का वैज्ञानिक नाम Citrothritus Dorsalis Hood है। जो पौधे की पत्तियों को और पौधे के कोमल हिस्से को नुकसान पहुंचाता है। यह कीड़ा इन पौधे के हिस्सों का रस चूस लेता है, और पत्तियां धिरे धिरे मुड़ जाती हैं।

Management:-  इस कीट के रोक  थाम के लिए कोरो  मंडल का Methri कीट  नाशक इस्तेमाल कर सकते है। Methri Fipronil 8 % और Hexthiazox 3% का सम्मिश्रण है, जो Thrips (एक प्रकार का कीड़ा) और मकड़ी Mites जैसे रस चूसने वाले कीटों की समस्या पर संपूर्ण तरीके से नियंत्रण करता है।

Mites:- इसका scientific नाम Hemi tarionem salatus बैक है जो पत्तियों के निचले हिस्सों से रस चूसता है और जिसके कारण पत्तियां नीचे की ओर जुक जाती है।

Management:- इसके लिए भी मैथ्री कीट  नाशक का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह अच्छे तरीके से कीट को नियंत्रण करता है।

White मक्खी:- कीट का Scientific नाम Bemisia Tavekai  है। यह तीन तरको से अंडा, शिशु और Adult अवस्था में पत्तियों की निचले हिस्से के रस को चूसता है।

Management:- कीट की रोक  थाम के लिए Thyme thysum 25 WG की 6 gm मात्रा को 16 लीटर पानी में घोल  कर  इसे छिड़काव कर दें।.

मिर्च की खेती का Production

मिर्च की फसल का Production अलग किस्मों के चुनाव पर निर्भर करता है। और देशी किस्मों से मिर्च की फसल प्रति हेक्टेयर 250 से 300 क्विंटल तो Hybrid तरीकों से 350 से 400 क्विंटल मिर्च का Production होता है. मिर्च की काशी अर्ली किस्म सबसे अधिक 350 से 400 क्विंटल प्रति हेक्टेयर Production देती है।

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